प्रोत्साहन व प्रकाशन प्रभाग द्वारा संचालित योजनाएं

(II)वर्ष विशेष में प्रकाशित हिन्दी के स्तरीय ग्रन्थ लेखकों को प्रोत्साहित करने हेतु पुरस्कार


उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान की पुरस्कार योजना के अन्तर्गत साहित्य की निम्नलिखित 38 विधाओं/विषयों पर वर्ष विशेष में प्रकाशित हिन्दी की मौलिक पुस्तकों पर नामित सर्जना पुरस्कार प्रदान किये जाते हैं -

1 महाकाव्य 2 खण्डकाव्य
3 कविता 4 गीत/मुक्तक
5 ग़ज़ल 6 निबन्ध
7 नाटक 8 उपन्यास
9 कहानी 10 आलोचना
11 यात्रावृतान्त | संस्मरण | रेखाचित्र | डायरी 12 आत्मकथा | जीवनी
13 व्यंग्य 14 अवधी
15 ब्रजभाषा 16 भोजपुरी
17 बुन्देली 18 बाल साहित्य
19 राष्ट्रीय एकता एवं भावनात्मक समन्वय 20 साहित्यकारों द्वारा अन्य भारतीय भाषाओं से हिन्दी में अनुदित कृति पर
21 पत्रकारिता 22 मासिक/द्वैमासिक/त्रैमासिक पत्रिकाओं पर
23 धर्म/दर्शन 24 संस्कृति
25 लोक साहित्य विवेचन 26 ललित कला | संगीत
27 शिक्षा 28 प्रविधि (टेक्नोलाॅजी)
29 गणित/भौतिकी/रसायन 30 वनस्पति/प्राणि शास्त्र
31 चिकित्सा विज्ञान (एलोपैथी | आयुर्वेद | होम्योपैथी | यूनानी ) 32 इतिहास
33 राजनीति शास्त्र  34 अर्थशास्त्र
35 विधि | विधि शास्त्र 36 भाषा | भाषा विज्ञान
37 युवा लेखन (35 वर्ष तक के लेखकों हेतु) 38 समस्त विधाओं में केवल महिला  साहित्यकारों की कृति पर।

पुरस्कार योजना के अन्तर्गत वर्ष विशेष में प्रकाशित पुस्तकों की प्रविष्टियाँ विभिन्न समाचार पत्रों में विज्ञापन प्रकाशित कर निर्धारित समय सीमा के अन्तर्गत आमंत्रित की जाती हैं कि सभी क्षेत्रों में इसका विस्तृत प्रचार-प्रसार हो जाये। संस्तुति/प्रस्ताव एक निर्धारित प्रपत्र में प्राप्त किये जाते हैं। अधिक जानकारी के लिए उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान की पुरस्कार नियमावली, 1997 (यथासंशोधित 2022) तथा विज्ञापन का प्रारूप देखें।

उपर्युक्त सम्मानों/पुरस्कारों के अतिरिक्त निन्नलिखित सम्मान एवं पुरस्कार और प्रदान किये जाते है। इनके लिए शासन से अनुदान प्राप्त नहीं होता है:-

(1) पं0 कृष्ण बिहारी बाजपेयी पुरस्कार - पं0 श्रीनारायण चतुर्वेदी जन्मशती समारोह के अवसर पर दिनांक 28 सितम्बर, 1992 को साहित्य मर्मज्ञ श्री अटल बिहारी वाजपेयी को इक्यावन हजार रुपये का ’हिन्दी गौरव’ सम्मान उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान द्वारा प्रदान किया गया था।

श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने इक्यावन हजार रुपये की धनराशि आपने पास से सम्मान धनराशि में मिलाकर उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान को एक लाख दो हजार रुपये भेंट कर दिये।

एक लाख दो हजार रुपये की धनराशि की ब्याज से प्रतिवर्ष ’उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद्’ की ’हाईस्कूल’ तथा ’इण्टरमीडिएट’ की परीक्षा में ’हिन्दी’ तथा ’साहित्यिक हिन्दी’ विषय में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्र/छात्राओं को ’पं0 कृष्ण बिहारी वाजपेयी पुरस्कार’ उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान के माध्यम से वर्ष 1994 से देने का निश्चय किया गया तदनुसार ’पं0 कृष्ण बिहारी वाजपेयी पुरस्कार’ स्वरूप ’उत्तर प्रदेश माध्यमिक शि़़क्षा परिषद’ की ’हाईस्कूल’ की परीक्षा में हिन्दी विषय में सर्वाधिक अंक प्राप्त छात्र/छात्रा को रू0 5,000.00 की धनराशि तथा ’उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद’ की ’इण्टरमीडिएट’ की परीक्षा में ’साहित्यिक हिन्दी’ विषय में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्र/छात्रा को रु0 7,000.00 की धनराशि भंेट की जाती है। छात्र/छात्रा की संख्या एक से अधिक होने की स्थित में जिस विद्यार्थी के अंक सम्पूर्ण विषयों के प्राप्तांकों में अधिक होंगे उसे यह पुरस्कार दिया जायेगा। ’उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद्’ की ’हाईस्कूल’ तथा ’इण्टरमीडिएट’ की परीक्षा में ’हिन्दी’ तथा ’साहित्यिक हिन्दी’ विषय में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्र/छात्राओं के नाम माध्यमिक शिक्षा परिषद्, उत्तर प्रदेश, प्रयागराज से प्राप्त किये जाते हैं।